आज
के समय में म्यूच्यूअल फंड कोई नया नाम नहीं है। हम सभी ने किसी ना किसी रूप में
म्यूच्यूअल फंड का नाम सुना होगा और अधिकतर लोग इसके बारे में काफी कुछ जानते भी
होंगे। आज की इस पोस्ट में हम म्यूचुअल फंड के बारे में बहुत ही सरल भाषा में जानने का प्रयास करेंगे।
हम
सभी जानते हैं कि किसी भी इन्वेस्टमेंट में जितना अधिक रिटर्न होगा उसमें रिस्क भी
उतना ही अधिक होगा। इसी तरह का एक हाई
रिस्क हाई रिटर्न इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है शेयर
बाजार। रिटर्न अधिक होने के कारण यह इन्वेस्टमेंट ऑप्शन लोगों को अपनी और
खूब आकर्षित करता है लेकिन अधिक रिस्क होने के कारण लोग शेयर बाजार में
इन्वेस्टमेंट करने से डरते हैं और यह डर तब और भी बढ़ जाता है जब उनको शेयर बाजार
की पूर्ण रूप से जानकारी नहीं होती। यही से म्यूच्यूअल फंड का कार्य आरंभ होता है।
म्यूच्यूअल
फंड एक ऐसी सर्विस है जो इन्वेस्टर्स के फंड को इकट्ठा करके अपनी जानकारी, ज्ञान
तथा अनुभव के आधार पर विभिन्न प्रकार के शेयर्स, बॉन्ड, गवर्नमेंट सिक्योरिटी
इत्यादि में इन्वेस्ट करती है ताकि इन्वेस्टर्स को कम से कम रिस्क में अधिक से
अधिक रिटर्न दिया जा सके।
इन्वेस्टर्स
जो भी पैसा म्यूचल फंड को देते हैं उसके बदले में उनको म्यूचल फंड के यूनिट आबंटित
कर दिए जाते हैं और यह सारा पैसा इकट्ठा करके म्यूच्यूअल फंड इन्वेस्टमेंट करता है
और जैसे-जैसे इन इन्वेस्टमेंट का वैल्यू बढ़ता है वैसे वैसे म्यूच्यूअल फंड के
यूनिट का बिल वैल्यू बढ़ता है और इस प्रकार इन्वेस्टर्स को अपने इन्वेस्टमेंट में वृद्धि, प्राप्त होती है।
म्यूचूअल फंड कई प्रकार के हो
सकते हैं जैसे इक्विटी, डेट, हाइब्रिड,
स्कीमेटिक, इंडेक्स फंड, ELSS इत्यादि। इन
सब फंड में ग्रोथ और डिविडेंड दो प्रकार के ऑप्शन होते हैं।
डायरेक्ट म्यूचूअल फंड :
कुछ समय पहले म्यूचुअल फंड
में एक नया आयाम जुड़ गया है जोकि अभी इतना प्रचलित नहीं है और यह है डायरेक्ट
म्युचुअल फंड। डायरेक्ट म्युचुअल फंड के अपने बहुत से फायदे हैं जिसको हम इस पोस्ट में
अच्छे से समझेंगे।
जैसा कि इसके नाम से ही पता चलता है कि डायरेक्ट
म्यूचूअल फंड वह म्यूचूअल फंड है जो डायरेक्ट म्यूचूअल फंड हाउस (Asset Management Company-AMC) से खरीद जाता है। इसमे ब्रोकर या एजेंट कि कोई
भूमिका नहीं होती। अतः इन्वेस्टर को एजेंट या ब्रोकर का कोई कमिशन भी नहीं देना
होता। डायरेक्ट म्यूचूअल फंड रेगुलर म्यूचूअल फंड का ही एक रूप है जिसमे एजेंट तथा
ब्रोकर कि भूमिका को खत्म कर दिया गया है। आज के समय मे इन्वेस्टर को डायरेक्ट तथा
रेगुलर दोनों प्रकार के म्यूचूअल फंड को चुनने कि छूट है। डायरेक्ट म्यूचूअल फंड
प्लान कि आरंभ 01 जनवरी 2013 को हुआ था ।
डायरेक्ट म्यूचूअल फंड के
लाभ
डायरेक्ट म्यूचूअल फंड के
लाभ को हम निम्नलिखित बिंदुओं से समझ सकते हैं। हम इस बिंदुओं को समझने के लिए कोई
भी एक डायरेक्ट म्यूचूअल फंड प्लान को रेगुलर प्लान के साथ तुलना करेंगे । हमने
तुलनात्मक अध्ययन के लिए Axis Long Term Equity Fund का प्रयोग किया है। हम इसके डायरेक्ट
ओर रेगुलर दोनों रूप का साथ साथ तुलना केर डायरेक्ट म्यूचूअल फंड को समझेंगे।
डायरेक्ट प्लान के Expense
Ratio का कम
होना:
Expense
Ratio वह खर्च
है जो म्यूचूअल फंड कंपनी को अपने चलाने के लिए अनिवार्य रूप से करना होता है।
जैसे कि Establishment खर्चे,
विज्ञापन खर्चे, कमिशन इत्यादि।
डायरेक्ट प्लान मे हमेशा Expense
Ratio कम होता
है। इसका सीधा सीधा कारण किसी ब्रोकर या एजेंट का न होना होता है।
Axis
Long Term Equity Fund
का Expense Ratio
देखते है-
डायरेक्ट प्लान- 0.90%
रेगुलर प्लान- 1.73%
Expense
Ratio कम होने
का हमारी इनवेस्टमेंट पर क्या फर्क पड़ता है-
Years
|
Return @10%
|
ER @0.90%
|
ER @1.73%
|
0
|
10000
|
10000
|
10000
|
1
|
11000
|
10910
|
10827
|
2
|
12100
|
11892
|
11722
|
3
|
13310
|
12962
|
12692
|
4
|
14641
|
14129
|
13741
|
5
|
16105
|
15400
|
14878
|
6
|
17716
|
16786
|
16108
|
7
|
19487
|
18297
|
17440
|
8
|
21436
|
19944
|
18883
|
9
|
23579
|
21739
|
20444
|
10
|
25937
|
23695
|
22135
|
11
|
28531
|
25828
|
23966
|
12
|
31384
|
28152
|
25948
|
13
|
34523
|
30686
|
28093
|
14
|
37975
|
33448
|
30417
|
15
|
41772
|
36458
|
32932
|
16
|
45950
|
39739
|
35656
|
17
|
50545
|
43316
|
38605
|
18
|
55599
|
47214
|
41797
|
19
|
61159
|
51464
|
45254
|
20
|
67275
|
56096
|
48996
|
Difference
|
|
11179
|
18279
|
%
Difference
|
|
17
|
33
|
उपेर दिए गए टेबल मे अगर
हम ₹10000/-
इन्वेस्ट करते है तो आने वाले 20 सालों मे हमको 10% सालाना कि दर से ₹67275/- प्राप्त होंगे। डायरेक्ट
प्लान मे इक्स्पेन्स रैशीओ 0.90% होने पर हमको ₹56096/- प्राप्त होगा जो कि
वास्तविक रिटर्न से ₹11179/- या 17% कम है। रेगुलर प्लान का इक्स्पेन्स रैशीओ
1.73% होने पर हमको ₹48996/- प्राप्त होगा जो कि वास्तविक रिटर्न से ₹18279/- या 33% कम है।
डायरेक्ट प्लान का रिटर्न
अधिक होता है:
डायरेक्ट प्लान मे कमिशन
कि बचत होने के कारण इसका रिटर्न हमेशा रेगुलर प्लान से ज्यादा होता है। यहाँ यह
बात ध्यान देने योग्य है कि डायरेक्ट प्लान ओर रेगुलर प्लान का फंड और पोर्टफोलिओ
समान होता है।
Axis Long Term Equity Fund का रिटर्न देखते है-
डायरेक्ट प्लान- 1 साल का
रिटर्न 10.67% तथा 5 साल का रिटर्न 10.53% रहा है।
रेगुलर
प्लान- 1 साल का रिटर्न 9.80% तथा 5 साल का रिटर्न 9.42% रहा है।
डायरेक्ट
प्लान का Net Asset Value (NAV) अधिक होता है:
डायरेक्ट
प्लान मे कमिशन न होने के कारण इसका Net Asset Value (NAV) भी अधिक होता है।
Axis Long Term Equity Fund का 24.08.2020 का NAV देखते है-
डायरेक्ट
प्लान- ₹51.5292
रेगुलर
प्लान- ₹47.4381
डायरेक्ट
प्लान धोखाधड़ी कि संभावना बहुत कम है:
जब
एक आम इन्वेस्टर रेगुलर म्यूचूअल फंड मे किसी ब्रोकर के माध्यम से इन्वेस्ट कर्ता है
तो वह चाहता है कि ब्रोकर उसको कम से कम रिस्क पर अधिक से अधिक रिटर्न वाला प्लान खरीद
केर दे। परंतु ऐसा पाया गया है के कुछ ब्रोकर अपना कमिशन बनाने कि लिए इंवेसटोरस को
उस प्लान को लेने कि सलाह देता है जिसमे उसका खुद का कमिशन अधिक होता है ओर रिटर्न
कम होता है। जब
हम डायरेक्ट म्यूचूअल फंड कि बात कर्ते है तो फंड का चुनाव करने कि जिम्मेदारी हमारी
खुद कि होती है ओर हम ब्रोकर के धोखे से बात जाते है।
डायरेक्ट
प्लान मे खुद का कंट्रोल होता है:
डायरेक्ट
प्लान मे इन्वेस्टर खुद अपने इनवेस्टमेंट को मैनेज करता है और इसलिए वह
अपनी जरूरत के हिसाब से अपना फंड का चयन करता है। वह इनवेस्टमेंट राशि , इनवेस्टमेंट
अवधि अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से तय करता है। यदि किसी को अपना इनवेस्टमेंट बेचना
हो तो भी उसको किसी ब्रोकर को नहीं बोलना होता ओर न ही कोई पेपर वर्क करना होता है।
यह सब इन्वेस्टर खुद ही एक ऐप्लकैशन कि मदद से घर बैठे अपने मोबाईल पर कर सकता है।
Disclaimer: यह पोस्ट लेखक के अपने विचार व्यक्त करती है। लेखक कोई
ब्रोकर, एजेंट या ऐड्वाइज़र नहीं है। पोस्ट मे दिए गए स्कीम के नाम सिर्फ उदाहरण के
लिए है। लेखक किसी भी म्यूचूअल फंड कंपनी से संबंधित नहीं है। लेखक व्यक्तिगत रूप से
खुद भी डायरेक्ट म्यूचूअल फंड मे इनवेस्टमेंट करता है और पोस्ट मे दिखाए गए स्कीम लेखक
के पोर्टफोलि मे हो सकते है।
Thanks bro great content being a beginner
ReplyDeleteI was looking for some advice and your article has comprehensively covered all the basics of mutual fund industry keep it up. Share some insights on stock market trading if possible. 🙏